VIDEO: जानिए कौन पद्म श्री से सम्मानित 126 साल के स्वामी शिवानंद जिनके सम्मान में झुके PM मोदी!
वाराणसी के 126 साल के स्वामी शिवानंद, नंगे पैर पद्मश्री अवॉर्ड लेने पहुंचे थे. पद्म पुरस्कार लेने से पहले भवन उस वक्त भावुक हो गया जब शिवानंद अवॉर्ड लेने से पहले पीएम मोदी को नमस्कार करने घुटनों के बल बैठ गए.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज पद्म पुरस्कार से लोगों को सम्मानित किया. पद्मश्री अवॉर्ड (Padma Shri Awards) लेने के लिए वाराणसी के 126 साल के स्वामी शिवानंद (Swami Sivananda) नंगे पैर पहुंचे.
पद्म पुरस्कार लेने से पहले स्वामी शिवानंद पीएम मोदी के सामने नतमस्तक हो गए. पुरस्कार लेने से पहले स्वामी शिवानंद पीएम मोदी को नमस्कार करने घुटनों के बल बैठ गए. शिवानंद के ये भाव देखकर पीएम मोदी भी अपनी कुर्सी से उठकर शिवानंद के सम्मान में झुक गए.
पीएम मोदी को नमस्कार करने के बाद स्वामी शिवानंद पद्म पुरस्कार सम्मान लेने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने भी घुटनों पर बैठ गए. स्वामी शिवानंद को अपने सामने झुका हुआ देखने के बाद राष्ट्रपति कोविंद आगे आए और उन्हें झुककर उठाया.
स्वामी शिवानंद के जमीन से जुड़े होने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोग इस वीडियो पर कई तरह के कमेंट्स कर रहे हैं. एक आईएएस अधिकारी ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, ‘126 वर्ष के योग गुरु स्वामी शिवानंद को पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषणा. योग के लिए अपना जीवन न्योछावर कर देने वाले स्वामी शिवानंद अपने विनम्र व्यक्तित्व से सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं. हमें गर्व है कि योग की उत्पत्ति जहां से हुई वहां के हम है.’
#WATCH Swami Sivananda receives Padma Shri award from President Ram Nath Kovind, for his contribution in the field of Yoga. pic.twitter.com/fMcClzmNye
— ANI (@ANI) March 21, 2022
126 साल के हैं स्वामी शिवानंद
स्वामी शिवानंद को भारतीय जीवन पद्धति और योग के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. 126 साल की उम्र में भी स्वामी शिवानंद किसी किशोर की तरह फिट और हेल्दी हैं. स्वामी शिवानंद का जीवन किसी चमत्कार से कम नहीं है. स्वामी शिवानंद के पासपोर्ट के मुताबिक उनका जन्म 8 अगस्त 1896 को हुआ है.
बता दें कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया था. पद्म पुरस्कार पाने वालों में कुल 128 लोग शामिल हैं. इनमें चार को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण और 107 को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.