रियल लाइफ सुपरस्टार है साउथ के यह 5 अभिनेता, किसी ने गोद लिए गांव, तो किसी ने संवारी सैकड़ो जिंदगियां…
पहले एक समय था जब लोग सिर्फ बॉलीवुड सिनेमा को ही जानते थे और उसके साथ साथ हॉलीवुड को, साउथ सिनेमा का तो जैसे कोई नामों निशां नही था। लेकिन जैसे समय बीतता गया है लोग इस इंडस्ट्री और इंडस्ट्री के हीरो को भी पसंद करने लगे। आज का समय ऐसा आ गया है जब साउथ सिनेमा का चलन काफी बढ़ गया है और इतना ही नही इस इंडस्ट्री के अभिनेताओं को भी अब पूरे देश में बेहद ही पसंद किया जाता है।
साउथ की कुछ ऐसी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जो कमाल करके दिखाया उससे हर कोई वाकिफ है, साउथ की फिल्मों ने कमाई की नई रिकॉर्ड को भी अपने नाम दर्ज किया है और यही वजह है कि बड़े पर्दे पर साउथ हीरो की मौजूदगी भर से लोग तालियां बजाने लगते हैं। आज बॉलीवुड के कई नामी हीरो हीरोइन भी साउथ की फिल्मों में काम करना पसंद करते है।
साउथ एक्टर अपनी इंडस्ट्री के सुपरस्टार हैं लेकिन क्या आप इनसे जुड़े कुछ अनजाने बातों को जानते है जो शायद ही किसी को पता हो। आपको बता दे, दक्षिण सिनेमा के कई ऐसे बड़े अभिनेता है जो रील लाइफ के साथ साथ रियल लाइफ में भी सुपरस्टार हैं।
इनमें बहुत से ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने आम लोगों के लिए अपने कमाए गए पैसों से दिल खोल कर दान और उनकी मदद की है। आज हम उन्ही कुछ गिने चुने रियल लाइफ हीरो की बात करने वाले है जिन्होंने न जाने कितनों की मदद की है। चलिए हम आपको बताते है उन सुपरस्टार के बारे में।
नागार्जुन साउथ सिनेमा के प्रतिष्ठित अभिनेताओं में गिने जाते हैं. उन्होंने अपनी फिल्मों द्वारा प्रशंसकों का खूब प्यार बटोरा है लेकिन उन्हें पसंद करने की एक और वजह भी है। नागार्जुन ने हाल ही में हैदराबाद वारंगल राजमार्ग पर स्थित उप्पल-मेडिपल्ली क्षेत्र के चेंगिचेरला वन ब्लॉक में 1080 एकड़ का जंगल गोद ली है. ये नेक काम उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के जन्मदिन के अवसर पर किया। नागार्जुन ने जंगल गोद लेने के अलावा जंगल के विकास के लिए 2 करोड़ रुपये का भी दान दिया है।
इन्हें कौन नही जानता है। विशाल की अधिकतर साउथ इंडियन फिल्मों के हमने हिंदी डब में देखा है। जिन्होंने लोगों को उनका दीवाना होने पर मजबुर किया है। फ़िल्मो में इनके अभिनय को बहुत ही पसंद किया जाता है। इस अभिनेता की सबसे खास बात यह है कि इन्होंने अपने साँवले रूप से न जाने कितनी लड़कियों को अपना दीवाना बनाया है। लड़कियां इनके लिए पागल रहती है। वैसे तो ये अपने एक्शन के लिए काफी ज्यादा जाने जाते है।
आपको बता दे, ये जितना कमाल का फ़िल्मो में एक्शन करते है उतने ही ज्यादा ये रियल लाइफ में सीधे, और दयालु है।आपको बता दे, दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार ने कई गौशाला, अनाथालय और करीब 1800 बच्चों की मुफ्त शिक्षा की जिम्मेदारी को लिया था लेकिन पुनीत के अचानक देहांत हो जाने के बाद इन बच्चों का भविष्य अंधकार में दिखने लगा। तो इसके बाद ये विशाल ही थे जिन्होंने इन अनाथ 1800 बच्चों की शिक्षा का जिम्मेदारी उठाने का फैसला लिया था।
महेश बाबू साउथ सिनेमा के सबसे स्मार्ट हीरो माने जाते हैं. जितने स्मार्ट वो खुद हैं उतना ही सुंदर है उनका मन। इस बात का प्रमाण ये है कि महेश बाबू ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के दो गांव गोद ले रखे हैं। उन्होंने तेलंगाना के सिद्धापुरम और हैदराबाद के बुर्रीपालेम नामक दो गांवों को गोद लिया है। इन जनसंख्या लगभग 2069 और 3306 है।
अल्लू अर्जुन को कौन नही जानता, पुष्पा द राइज फ़िल्म से पूरे भारत के साथ साथ विदेशों में भी धूम मचाने वाले एक्टर बन गए है। इनके बारे में बहुत कम लोग ये बात जानते होंगे कि ये बहुत कम बोलते है। अल्लु की तो ऐसी बहुत सारी बाते है जो उन्हें सबसे अलग बनाती है।लेकिन उन खास बातों में से एक सबसे खास बात ये है कि वह एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ साथ एक बेहतरीन इंसान भी हैं।
इनकी फैन फॉलोइंग की अगर बात करे तो इसका कोई हिसाब नही है। इनके लिए इनके फैन दीवाने है। नितिन लोग इन्हें प्यार देते है उससे कही गुना ज्यादा प्यार ये अपने फैंस को करते है। इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि जहाँ एक तरफ़ कई ऐसे एक्टर है जो अपने जन्मदिन पर पार्टियां करते हैं , पार्टियों में खूब पैसे खर्च करते है। तो वहीं इसके विपरीत अल्लू अर्जुन अपने जन्मदिन पर अधिक से अधिक समय मानसिक रूप से बीमार बच्चों के साथ बिताते हैं और खूब सारा दान भी करते हैं।
भले ही पुनीत राजकुमार आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उन्होंने अपने अभिनय के साथ साथ अपने नेक कामों द्वारा लोगों के दिलों में ऐसी जगह बनाई है कि उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। अपने जिंदा रहते पुनीत ने 1800 गरीब बच्चों की शिक्षा का जिम्मा उठाया था.
इसके साथ ही उन्होंने कोरोना काल में 50 लाख का दान भी किया था। पुनीत राज कुमार ने जिंदा रहते तो नेक काम किये ही, दुनिया से जाने के बाद भी वो कुछ लोगों की ज़िंदगी रौशन कर गए। दरअसल उन्होंने अपने जीवनकाल में ही अपने नेत्रदान कर दिए थे। उनके देहांत के उनके इस कदम से कुछ लोगों के अंधेरे जीवन में रौशनी आ गई।